Thursday, December 22, 2011

थीमस की तरह यमुना को शुद्ध करेंगे रॉबर्ट

बकेवर, अप्र : आस्था और विश्वास से जुड़ी यमुना नदी को प्रदूषण से बचाने में अब विदेशी हाथ लगेंगे। इंग्लैंड के थेम्स रिवर रेस्टोरेशन ट्रस्ट ने यह बीड़ा उठाया है। ट्रस्ट के परियोजना अधिकारी रॉबर्ट ओट पीटर स्विलिट ने डिभौली घाट पर नारियल फोड़कर योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि उनका मकसद यमुना नदी को लंदन की थीमस नदी की भांति पवित्र और स्वच्छ बनाना है। इंग्लैंड के उक्त ट्रस्ट और डब्लूडब्लूएफ इंडिया और पीस इंस्टीट्यूट के संयुक्त तत्वावधान में लुप्तप्राय जलचरों को बचाने की कवायद शुरू की गयी है। पहले चरण में भरेह से लेकर बटेश्वर तक सर्वे कराया जायेगा और यमुना के जल में जीवन यापन कर रहे जलचरों की गतिविधियों के ज्ञान के साथ ही उनकी घटती संख्या पर विचार किया जायेगा। परियोजना अधिकारी रॉबर्ट ओट ने बताया कि यमुना नदी के डिभौली घाट पर कछुआ प्रजनन केंद्र की स्थापना राज्य सरकार के सहयोग से करायी जायेगी। इस मौके पर मछली शिकारियों को शिकार के दौरान सावधानी बरतने की सलाह देते हुए अन्य जलचरों को बचाने में सहयोग की अपील की। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम दो साल चलेगा। इस अवसर पर पीस इंस्टीट्यूट के परियोजना अधिकारी सीताराम, विश्व प्रकृति विधि के संजीव कुमार यादव, वरिष्ठ समन्वयक असगर नबाव, शोधार्थी रवि भदौरिया ने यमुना नदी में एक मोटर वोट को भी छोड़ा। जिसका नाम थीमस नदी के नाम पर थमसिंग वोट रखा गया। सुखराम निषाद, रिंबू खान, रवींद्र त्रिपाठी, शिवकुमार मुन्ना, राजेंद्र बाबा, ध्रुव नारायन त्रिपाठी ने विचार व्यक्त किये।

http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=22&edition=2011-12-22&pageno=6#id=23730102906640_22_2011-12-22

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